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डॉ. भीमराव आम्बेडकर का जीवन और लक्ष्य dr.ambedkar life and missions

      डॉ. भीमराव आम्बेडकर का जीवन और लक्ष्य             भारत रत्न डॉ. भीमराव आम्बेडकर एम.ए., पी.एच.डी, कोलम्बिया विश्वविद्यालय डी.एस.सी. लन्दन, एल.एल.डी कोलम्बिया वि.वि. डी.लिट उस्मानिया वि.वि., बार एट लॉ लन्दन, का जन्म दिनंाक-14 अप्रैल सन् 1891 महू छावनी जिला इन्दौर मध्य प्रदेश में हुआ था । इनका परिनिर्वाण निधन 26 अलीपुर रोड नई दिल्ली में दिनांक-6 दिसम्बर सन् 1956 को हुआ था।         कबीर पंथी इनके पिता सूबेदार मेजर रामजी मालोजी व माता श्रीमती भीमा बाई  थी । यह 14 भाई बहन में सबसे छोटे थे । इनका प्रथम विवाह 9 वर्षीय रमाबाई के साथ 1906 में तथा द्वितीय विवाह 1948 सविता आम्बेडकर से हुआ था। इनका बचपन  डागोली में बीता उसके बाद परिवार सतारा में बस गया । दलित समाज के होने के कारण इन्हें स्कूल में दाखिला प्रारंभ में नही मिला बाद में अंग्रेज सैनिक अधिकारी की सिफारिश पर केम्प स्कूल में दाखला मिला था ।         स्कूल में डॉ.आम्बेडकर को जमीन पर बैठकर पढना...

भारत के संविधान निर्माण में डॉ0 बी.आर. आम्बेडकर का योगदान

                                 भारत के संविधान निर्माण में                             डॉ0 बी.आर. आम्बेडकर का योगदान         सर्व प्रथम स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद हमारे सामने सबसे महत्वपूर्ण कार्य एक ऐसे सार्वभौमिक कानून की रचना करना था । जिसके माध्यम से उन उददेश्यों को प्राप्त कर सके जिसके लिए हमने आजादी की लडाई लडी थी और लाखो लोगो की कुरबानी देकर स्वतंत्रता प्राप्त की थी । हमारा देश छोटी-छोटी रियासतो में बटंा हुआ था । स्वतंत्रता के बाद सभी राजा, महाराज, रियासत स्वतंत्र हो गई, और उन्हें एकत्र करना महत्वपूर्ण उद्देश्य था। इसके लिए देश में एक संगठित कानून होना आवश्यक था । जिसके लिए देश मंे सर्वोच्च कानून संविधान की संरचना की गई है ।      ...